बच्चो की नहीं आपकी है गलती अगर बच्चे देखते है फ़ोन

आज कल के ज़माने में फ़ोन हमारे लिए बहुत उपयोगी साधन बन चुका है फ़ोन से हमारे बहुत से काम आसान हो जाते है हमारी रोज़ की ज़िंदगी में कोई मुश्किल ही ऐसा काम होगा जो हम फ़ोन के बिना नहीं करे। आज तो घर से अगर हम निकलते है तो ऑफिस में भी हमे फ़ोन ही देखने को मिलता है जी हा दिन में 24 घंटे होते है उनमे से मुश्किल ही 6 घंटे होते है जिनमे हम फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करते है जी हा हम तो मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते है लेकिन हमारे साथ नई जनरेशन भी फ़ोन की आदि हो चुकी है तक़रीबन दो साल के बच्चे भी बिना फ़ोन के खाना तक न्ही खाते जी है और इसके ज़िम्मेदार हम ख़ुद है तो चलिए जानते ही एसा क्यों हो रहा है

बच्चे हम से ही सीखते है फ़ोन देखना

आपको यह बता दे की जाने अनजाने में जब हम बच्चे के सामने फ़ोन देखते है तब बच्चा हमसे सीखता है की यह क्या चीज़ है जिसमे हमारे घरवाले देख रहे है जी हा छोटी उमर में बच्चो को सभी चीज़े जानने की ज़्यादा रुचि होती है बस यही बात है बच्चे जो चीज़ देखते है उसे एक्स्प्लोर करने की कोशिश करते है

बच्चा जब परेशान करे तो हम उसे फ़ोन दे देते है

जी हा जब हम हमारे काम में बिजी होते है तब भी हम बच्चे को शांत करने के लिए उसे थोड़ी देर कि लिए फ़ोन दे देते है और बस यही से बच्चे का फ़ोन की तरफ़ ज़्यादा होने लगता है और धीरे धीरे फ़ोन देखने लगता है

जब बच्चा रोये तो हम उसे फ़ोन दे देते है

जी हा जब बच्चा रोता है तब हम उसे फ़ोन दे देते है ताकि बच्चे चुप हो जाए लेकिन हम यह भूत बड़ी गलती कर देते है क्युकी यही चीज़ बच्चे की आदत बन जाता है जी हा आपको बता दे की बच्चा एक को कोरे कागच की तरह होता है जैसा हम उन्हें बनाये गे वो वेसे ही हो जाए गे

बच्चे को फ़ोन की लत कैसे छुड़वाये

अन्य गतिविधियों में शामिल करें:

  • शारीरिक गतिविधियां: बच्चे को खेलकूद, साइकिल चलाना या अन्य शारीरिक गतिविधियों में शामिल करें।
  • रचनात्मक गतिविधियां: ड्राइंग, पेंटिंग, संगीत या अन्य रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा दें।
  • सामाजिक गतिविधियां: बच्चों को दोस्तों के साथ खेलने या अन्य सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।

परिवार के साथ समय बिताएं:

  • साथ में खाना खाएं: परिवार के साथ मिलकर खाना खाएं और बातचीत करें।
  • यात्राएं: साथ में घूमने जाएं और नई चीजें सीखें।
  • खेल: परिवार के साथ बोर्ड गेम या कार्ड गेम खेलें।

खुद एक उदाहरण बनें:

  • फोन का कम इस्तेमाल: खुद फोन का कम से कम इस्तेमाल करें ताकि बच्चा भी आपकी नकल करे।
  • बच्चे के साथ समय बिताएं: बच्चे के साथ समय बिताएं और उसे ध्यान दें।

सकारात्मक बातचीत:

  • समझदारी से बात करें: बच्चे से शांति से बात करें और उसे समझाएं कि क्यों फोन का कम इस्तेमाल करना जरूरी है।
  • प्रोत्साहित करें: जब बच्चा फोन का कम इस्तेमाल करता है तो उसे प्रोत्साहित करें।

सोने के समय फोन से दूर रखें:

  • सोने से पहले: सोने से कम से कम एक घंटे पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें

धीरे-धीरे बदलाव लाएं:

  • एकदम से न बदलें: बच्चे की आदतों को एकदम से बदलने की कोशिश न करें, धीरे-धीरे बदलाव लाएं।

अतिरिक्त सुझाव:

  • फोन में पैरेंटल कंट्रोल लगाएं: आप अपने बच्चे के फोन में पैरेंटल कंट्रोल लगाकर उस पर नजर रख सकते हैं और उसके इस्तेमाल को सीमित कर सकते हैं।
  • बच्चे को विकल्प दें: बच्चे को फोन के बजाय अन्य गतिविधियों के लिए विकल्प दें।
  • सकारात्मक माहौल बनाएं: घर में एक सकारात्मक माहौल बनाएं ताकि बच्चा खुश रहे और फोन की ओर कम आकर्षित हो।

ध्यान रखें:

  • बच्चे की उम्र: बच्चे की उम्र के अनुसार ही फोन का इस्तेमाल सीमित करें।
  • बच्चे का स्वभाव: हर बच्चे का स्वभाव अलग होता है, इसलिए अलग-अलग बच्चों के लिए अलग-अलग तरीके अपनाने पड़ सकते हैं।
  • पेशेवर मदद: अगर आपको लगता है कि आप अकेले इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं तो किसी विशेषज्ञ की मदद लें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बच्चे को फोन की लत से छुड़ाना एक प्रक्रिया है और इसमें समय लग सकता है। धैर्य रखें और लगातार प्रयास करते रहें

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